एक बार संता और बंता घूमने जा रहे थे, रास्ते में चलते-चलते रात हो गयी, तो वो वहीं टेंट लगा के सो गए, आधी रात को संता की आँख खुली तो वो ऊपर देखकर घबरा गया, जल्दी से बंता को उठाया.. संता - ऊपर देखो क्या दिखाई दे रहा है...? बंता - वाह..! चाँदनी रात और खुला आसमान, तारे ही तारे बहुत सुन्दर नजारा है, संता - साले..! नजारा सुन्दर नहीं, कोई हमारा टेंट खोल के ले गया है..![]()